जब से झम-झम सी बारिस शुरू हो गई |

जब से झम-झम सी बारिस शुरू हो गई, कोई दीवाना हुआ, कोई दीवानी हुई, कलियाँ खिलने लगी, रुत सुहानी हुई, ये धरती फिर सज-धज के रानी हुई | जब से झम-झम सी बारिस शुरू हो गई | खेतों के मेंढ़ पर एक नई हरयाली जगी, फसलें लहलहाने लगी, नदियाँ गाने लगी, और बहने सुहानी फिर ये हवाएँ लगी | जब से झम-झम सी बारिस शुरू हो गई | ये धरा नम हो गई, गर्मियाँ कम हो गयी, मोरनी झूमने लगी, कोयलें गाने लगी, कीट-पतंगें भी सुर में गुनगुनाने लगी | जब से झम-झम सी बारिस शुरू हो गई | सब मस्ताना हुआ, दिल दीवाना हुआ, नजरें मिलने लगी, धड़कनें बढ़ने लगी, और एक नशा प्रेम की सबपे छाने लगी | जब से झम-झम सी बारिस शुरू हो गई | पायलें छनकने लगी, चूड़ियाँ खनकने लगी, एक नई धुन में यौवन थिड़कने-गाने लगी, बुझी आशाओं की दीप फिर जगमगाने लगी | जब से झम-झम सी बारिस शुरू हो गई | जब से झम-झम सी बारिस शुरू हो गई, कोई दीवाना हुआ, कोई दीवानी हुई, कलियाँ खिलने लगी, रुत सुहानी हुई, ये धरती फिर सज-धज के रानी हुई | जब से झम-झम सी बारिस शुरू हो गई | ...