गाय और मुर्गी

गाय मनुष्य की तरह शिष्ट होती है
पवित्र गंगा की तरह विशिष्ट होती है
पर मुर्गी अपवित्र और अशिष्ट होती है
इसलिए जब गाय को भूख लगती है
तो वह माँ को आवाज लगाती है
और ‘माऊऊऊऊऊ’ करती हुई पायी जाती है
वहीँ जब एक अशिष्ट मुर्गी को भूख लगती है
तो वह सुबह-सुबह ‘कुत्तो उठो’ की आवाज लगाती है
और ‘कुकरु कु’ करती हुई पायी जाती है
इसलिए शिष्टता बढाइये, गाय को घर में लाइये
पवित्र और शिष्ट जीवन निभाइये |

                     By  Chandan Kumar Singh
                        चन्दन कुमार सिंह

Comments

Popular posts from this blog

एक माॅं को मार मिला क्या तुमको।

Hindi translation of 'GILLU' by Mahadevi Verma