दिल ने एक दिन दिल से पूछा।

दिल ने एक दिन दिल से पूछा,
दिल ये बता दिल में क्या है ?

दिल ने दिल से दिल को बोला।
दिल ये बचपन, यौवन का दर्पण,
यादें हैं अंकित और क्या है ?

दिल ने फिर से दिल से पूछा,
बता यादों में अंकित क्या-क्या है ?

दिल ने फिर से दिल को बोला।
दोस्त हैं सारे और यादें उनकी,
दोस्ती बिना जीवन क्या है ?

फिर दिल भी दिल की यादों में खोया,
भारत की बातों, अंदाजों मैं खोया,
मुकेश के मुख, मुस्कानों को पाकर,
एक मीठी सुनहरी यादों में खोया।

अब यादों से दिल की आंखें नम थी,
जैसे देखा खुशियों का एक दर्पण था,
दिल बोला हकीकत में फिर से आकर,
प्यारा, प्यारा वो प्यारा क्या दिन था !

 By CKS

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